
आगर मालवा, 09 अप्रैल। कलेक्टर श्री राघवेंद्र सिंह के निर्देशानुसार कृषि संगणना वर्ष 2022-23 के तृतीय चरण का प्रशिक्षण बुधवार को संयुक्त जिला कार्यालय भवन के ई-दक्ष केन्द्र में आयोजित किया गया। जिसमें कृषि संगणना वर्ष 2022-23 के तृतीय चरण से संबंधित समस्त राजस्व निरीक्षक एवं पटवारी उपस्थित हुए। कलेक्टर श्री राघवेंद्र सिंह ने प्रशिक्षणार्थियों को कृषि संगणना के द्वितीय व तृतीय चरण का कार्य शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिये।
प्रशिक्षण में भू अभिलेख कार्यालय के मास्टर ट्रेनर श्री ब्रजेन्द्र शर्मा द्वारा प्रशिक्षण देकर कृषि संगणना कार्य मे आ रही समस्या का निदान किया गया। इस अवसर अधीक्षक, भू-अभिलेख प्रीति चौहान भी उपस्थित रही।
कृषि संगणना क्या है
कृषि संगणना देश में कृषि सांख्यिकी के संग्रह की व्यापक प्रणाली का हिस्सा है। यह देश में कृषि क्षेत्र की संरचना के बारे में मात्रात्मक जानकारी के संग्रह और व्युत्पत्ति के लिए एक बड़े पैमाने पर सांख्यिकीय प्रचालन है। कृषि संगणना के माध्यम से, देश में कृषि प्रचालन जोतों के महत्वपूर्ण पहलुओं पर बुनियादी डेटा एकत्र करने का प्रयास किया जाता है। कृषि के विकास के लिए सूक्ष्म स्तर पर निर्णय लेने के लिए एक कृषि प्रचालन जोत अंतिम इकाई होती है। यही कारण है कि कृषि की संरचना का वर्णन करने के लिए एक प्रचालन जोत को डेटा संग्रह की सांख्यिकीय इकाई के रूप में लिया जाता है। कृषि संगणना के माध्यम से एकत्र किए गए डेटा का एकत्रीकरण प्रशासनिक इकाइयों के विभिन्न स्तरों, जैसे, गांव/तहसील (उप-जिला)/ब्लॉक, जिला, राज्य और पूरे भारत में किया जाता है।
कृषि संगणना का मुख्य उद्देश्य
भूमि उपयोग, कृषि मशीनरी और उपकरण, उर्वरकों का उपयोग आदि सहित परिचालन जोतों पर सांख्यिकीय डेटा प्रदान करके कृषि संरचना और कृषि से संबंधित विशेषताओं का वर्णन करना। नये कृषि विकास कार्यक्रम तैयार करने तथा उनकी प्रगति के मूल्यांकन के लिए आवश्यक मानक आंकड़े उपलब्ध कराना है।